Benefits Of Tulsi: पाचन सुधार से लेकर तनाव कम करने तक, खाली पेट तुलसी खाने के फायदे

Benefits Of Tulsi और खाली पेट तुलसी क्यों महत्वपूर्ण है
Tulsi या तुलसी, जिसे हम “स्वास्थ्य के लिए रामबाण” कह सकते हैं, प्राकृतिक औषधीय गुणों से भरपूर एक प्राचीन जड़ी-बूटी है। Benefits Of Tulsi को लेकर विज्ञान और आयुर्वेद दोनों की मान्यताएँ हैं कि तुलसी का रोज़ाना सेवन, विशेषकर खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने के फायदे, हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। इस ब्लॉग में, हम व्यावहारिक, औषधीय और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तुलसी खाने के फायदे, Tulsi ke Fayde in Hindi, तुलसी का नियमित सेवन आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जिससे आप अपने दैनिक जीवन में इसका लाभ उठा सकें।
खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने के फायदे – Tulsi ke Fayde in Hindi
पाचन में सुधार और एसिडिटी नियंत्रण
Firstly, खाली पेट तुलसी के पत्तों में पाया जाने वाला यूजेनॉल और अन्य सक्रिय यौगिक पेट की अम्लता को नियंत्रित करते हैं। यह पेट की गैस्ट्रिक रस का संतुलन बनाए रखता है, जिससे एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्स में कमी आती है। नियमित तुलसी सेवन से भोजन जल्दी पचता है और अपच या गैस की समस्या से आराम मिलता है।
तनाव और चिंता में कमी
Consequently, तुलसी के पत्ते चबाने से कोर्टिसॉल नामक तनाव‑हार्मोन का स्तर नियंत्रित होता है। नींद बेहतर होती है और मानसिक तनाव, चिंता व तनावग्रस्तता में कमी आती है। यह गुण विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभप्रद है जो मानसिक संतुलन और मनःस्थिति बनाए रखना चाहते हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा
तुलसी में विटामिन सी, फ्लावोनॉइड्स और अन्य एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो प्रतिरक्षा को सशक्त बनाते हैं। इसलिए खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने के फायदे में यह प्रमुख है कि आपके शरीर में रोग‑प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है। समय के साथ, संक्रमणों से लड़ने की क्षमता में सुधार आता है।
तुलसी (Holy Basil) को भारतीय संस्कृति में ‘माँ तुलसी’ के रूप में पूजा जाता है, लेकिन यह सिर्फ धार्मिक महत्व की नहीं, बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर है। विशेषकर खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से शरीर को अनेक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इस लेख में हम जानेंगे Tulsi ke Fayde in Hindi, जो आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों द्वारा समर्थित हैं।
1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार
तुलसी में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स, जैसे कि यूजेनॉल, फ्लावोनॉयड्स और विटामिन C होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को मजबूत करते हैं।
खाली पेट तुलसी खाने से:
इम्यून सिस्टम एक्टिव रहता है
वायरल व बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव होता है
मौसमी बुखार, जुकाम, सर्दी से बचाव होता है
✅ 2. पाचन तंत्र को सुधारने वाला उपाय
तुलसी में मौजूद यूजेनॉल और टैनिन पेट में अम्लता को संतुलित करते हैं।
खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से:
अपच, गैस और पेट दर्द में राहत मिलती है
भूख खुलती है
एसिडिटी और सूजन कम होती है
📌 टिप: तुलसी की चाय भी पाचन के लिए अत्यंत लाभकारी है।
✅ 3. तनाव और चिंता से राहत
तुलसी को Adaptogen Herb माना जाता है, जो शरीर को तनाव से लड़ने की क्षमता देता है।
सुबह खाली पेट तुलसी सेवन के फायदे:
मानसिक तनाव और चिंता कम होती है
कोर्टिसोल (Stress Hormone) नियंत्रित होता है
नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है
✅ 4. हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाना
तुलसी रक्त संचार को बेहतर बनाती है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है।
खाली पेट तुलसी खाने से:
कोलेस्ट्रॉल स्तर में सुधार
हृदय की धमनियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद
हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम कम होता है
✅ 5. डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक
तुलसी के पत्तों में मौजूद तत्व ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
डायबिटिक रोगियों के लिए लाभ:
तुलसी इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाती है
हाई ब्लड शुगर के असर को कम करती है
✅ 6. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
तुलसी की एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रकृति त्वचा की समस्याओं को दूर करती है।
खाली पेट सेवन से:
कील-मुंहासे कम होते हैं
त्वचा चमकदार बनती है
बालों का झड़ना रुकता है, डैंड्रफ कम होता है
✅ 7. मौसमी संक्रमण और एलर्जी से बचाव
तुलसी श्वसन तंत्र को मज़बूती देती है और संक्रमणों से लड़ने में मदद करती है।
सर्दी, खांसी, एलर्जी में राहत
अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी स्थितियों में फायदेमंद
बलगम निकालने में सहायक
✅ 8. शरीर की Detox प्रक्रिया को बढ़ाता है
तुलसी शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायता करती है।
खाली पेट सेवन के फायदे:
रक्त शुद्ध होता है
लीवर और किडनी की कार्यप्रणाली बेहतर होती है
ताजगी और ऊर्जा बनी रहती है
🧾 खाली पेट तुलसी सेवन करने का सही तरीका
❗ सावधानियाँ (Precautions)
गर्भवती महिलाएं या गंभीर रोगों से ग्रसित लोग डॉक्टर से परामर्श लें
अधिक मात्रा में सेवन से उल्टी या दस्त हो सकते हैं
तुलसी में थिनर गुण होते हैं, इसलिए रक्त पतला करने वाली दवाओं के साथ सावधानी बरतें
तुलसी का नियमित सेवन – स्वास्थ्य के लिए रामबाण
तुलसी का नियमित सेवन से होने वाले लाभ न केवल शारीरिक रूप से कारगर हैं बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य में भी सुधार लाते हैं।
शुगर स्तर नियंत्रित रखना
According to modern studies, तुलसी के सक्रिय तत्व रक्त में ग्लूकोज स्तर को नियंत्रित करके डायबिटीज से जुड़े जोखिम को कम करते हैं। इसलिए डायबिटिक लोगों के लिए नियमित Benefits of Tulsi Leaves की खपत उपयोगी साबित होती है।
हृदय‑स्वास्थ्य में लाभ
Through scientific research, it has been shown that तुलसी का सेवन ब्लड प्रेसर और कोलेस्ट्रॉल स्तर को सदृढ़ करता है। यह वासोडाइलेशन (blood vessel dilation) में सहायता करता है, जिससे रक्त संचार में सुधार होता है और हृदय महामारी का जोखिम घटता है।
Benefits of Tulsi Leaves – आधुनिक विज्ञान की दृष्टि से
तुलसी (Holy Basil) को भारत में “जड़ी-बूटियों की रानी” कहा जाता है और यह केवल धार्मिक या सांस्कृतिक महत्व तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके औषधीय गुणों को वैज्ञानिक रूप से भी सिद्ध किया गया है। खासकर खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से शरीर को अनेक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं, जो न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक संतुलन को भी बेहतर बनाते हैं।
🌿 1. पाचन सुधारता है और एसिडिटी को कम करता है
खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से पाचन एंजाइम्स सक्रिय हो जाते हैं और भोजन को पचाने में आसानी होती है। इसमें यूजेनॉल और टैनिन जैसे तत्व गैस्ट्रिक एसिड को संतुलित करते हैं, जिससे एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या में राहत मिलती है।
🌿 2. रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को मजबूत बनाता है
तुलसी में विटामिन C, A, आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। सुबह खाली पेट तुलसी के 3–5 पत्ते चबाना शरीर को बैक्टीरिया, वायरस और फंगल संक्रमणों से लड़ने की शक्ति देता है।
🌿 3. तनाव और चिंता कम करता है
खाली पेट तुलसी लेने से कोर्टिसोल हार्मोन (stress hormone) नियंत्रित रहता है। यह आपको दिन की शुरुआत में ही मानसिक रूप से शांत और केंद्रित बनाए रखता है।
🌿 4. ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है
तुलसी के पत्तों में मौजूद यौगिक रक्त में ग्लूकोज के स्तर को संतुलित करते हैं, जिससे यह डायबिटीज रोगियों के लिए उपयोगी सिद्ध होता है। खाली पेट सेवन इसका प्रभाव और भी अधिक लाभकारी बनाता है।
🌿 5. सांस और गले की समस्याओं से राहत
यदि आप एलर्जी, खांसी या अस्थमा जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं, तो सुबह-सुबह तुलसी चबाना गले को साफ करता है और साँस लेने में सहूलियत देता है।
🌿 6. त्वचा और बालों के लिए लाभदायक
तुलसी में मौजूद डिटॉक्सिंग तत्व शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालते हैं, जिससे त्वचा साफ और चमकदार बनती है। इसके नियमित सेवन से मुंहासों और झाइयों में भी सुधार होता है।
🌿 7. एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण
खाली पेट तुलसी के सेवन से शरीर को दिनभर बैक्टीरिया और वायरस से सुरक्षा मिलती है। यह मौसमी बुखार और सर्दी-जुकाम से बचाने में सहायक है।
📌 सेवन विधि और सुझाव
हर सुबह खाली पेट 3–5 ताजे तुलसी के पत्ते चबाएं।
चबाते समय पानी न पिएँ – इसे निगलने दें ताकि रस पेट में सीधे काम कर सके।
धातु के बर्तन में तुलसी न रखें
खाली पेट तुलसी खाने के दौरान सुझाव और सावधानियाँ
– खाली पेट तुलसी का सेवन: सुबह उठते ही 2–3 ताजे पत्तों को धीरे-धीरे चबाकर निगलें। इससे अधिकतम लाभ मिलता है।
– शामिल करने के सुझाव: इसका सेवन हवा, धूल या धुएँ से दूर शांत वातावरण में करें ताकि अन्य बाहरी कारकों का प्रभाव ना पड़े।
– सावधानियाँ: यदि आप गर्भवती हैं, ब्लड थिनर पर हैं, या किसी निश्चित दवा ले रहे हैं, तो पहले विशेषज्ञ से परामर्श लें। अत्यधिक सेवन से पेट में जलन या उल्टी जैसा असर हो सकता है, इसलिए 2–5 पत्तों से शुरुआत करें।
तुलसी को अपने दिनचर्या में शामिल करने के आसान तरीके
खाली पेट चबाना: सुबह उठकर 2–3 तुलसी के पत्ते चबा कर पानी के साथ निगलना।
तुलसी की चाय: तुलसी की पत्तियों को उबाल कर प्याली में डालें, हल्का शहद या नींबू डालकर रोज पिएँ।
सलाद में इस्तेमाल: ताज़ी पत्तियों को सलाद के रूप में शामिल करें—for flavor and nutrients.
तुलसी पानी: रात भर भिगोए गए तुलसी पत्ते सुबह फिल्टर करके नियमित रूप से पिएं।
क्या तुलसी पाचन के लिए अच्छी है?
तुलसी (Holy Basil), जिसे आयुर्वेद में 'रसायन' श्रेणी की औषधियों में शामिल किया गया है, न केवल एक धार्मिक पौधा है बल्कि यह पेट और पाचन स्वास्थ्य के लिए एक अत्यंत लाभकारी औषधि है। तुलसी पाचन के लिए अच्छी है, इसका उल्लेख न केवल आयुर्वेदिक ग्रंथों में मिलता है, बल्कि आधुनिक चिकित्सा शोधों द्वारा भी इसकी पुष्टि की गई है।
✅ तुलसी में मौजूद पाचक गुण
तुलसी में यूजेनॉल (Eugenol) नामक एक सक्रिय यौगिक पाया जाता है, जो पेट में पाचक रस के स्राव को नियंत्रित और उत्तेजित करता है। यह एसिडिटी, अपच और सूजन जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह आंतों के संक्रमण और पेट में गैस की समस्या को भी रोकता है।
✅ एसिड रिफ्लक्स और गैस की समस्या में तुलसी का लाभ
यदि आपको अक्सर पेट में जलन या सीने में जलन (Acidity) की शिकायत होती है, तो सुबह खाली पेट तुलसी के कुछ पत्तों का सेवन आपको राहत दिला सकता है। यह पेट के अंदर की अम्लता को संतुलित करता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स नियंत्रित रहता है।
✅ तुलसी का एंटीबैक्टीरियल और एंटी‑फंगल प्रभाव
पाचन तंत्र के रोगों का एक बड़ा कारण हानिकारक बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण होते हैं। तुलसी में मौजूद प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल तत्व इन सूक्ष्मजीवों को नष्ट करके पेट को साफ और संक्रमण-मुक्त बनाए रखते हैं।
✅ तुलसी का सेवन कैसे करें पाचन सुधार के लिए?
खाली पेट तुलसी के 3-5 पत्ते चबाएं।
तुलसी की चाय पिएं, जिसमें अदरक और नींबू मिलाकर पाचन को बेहतर बनाया जा सकता है।
तुलसी पत्तियों का रस, थोड़ा सा शहद के साथ लेने से भूख भी खुलती है और कब्ज दूर होती है।
तुलसी से कौन सी बीमारी ठीक होती है?
तुलसी, भारतीय आयुर्वेद की सबसे शक्तिशाली औषधियों में से एक मानी जाती है। इसे "विषनाशिनी" और "जीवनदायिनी" कहा गया है। तुलसी में मौजूद औषधीय तत्व न केवल छोटी बीमारियों से बचाते हैं, बल्कि कई गंभीर रोगों में भी उपयोगी हैं।
✅ 1. सर्दी-खांसी और जुकाम
तुलसी की पत्तियों में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सांस के रोगों जैसे सर्दी, खांसी और बलगम से राहत दिलाते हैं। तुलसी की चाय या काढ़ा गले की खराश और बुखार में अत्यंत उपयोगी है।
✅ 2. अस्थमा और ब्रोंकाइटिस
तुलसी फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाती है और ब्रोंकाइटिस तथा अस्थमा जैसी एलर्जिक बीमारियों में राहत पहुंचाती है। इसकी चाय में अदरक मिलाकर सेवन करने से सांस लेने में राहत मिलती है।
✅ 3. डायबिटीज
तुलसी का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है, जिससे मधुमेह रोगियों को लाभ होता है।
✅ 4. उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर)
तुलसी में मौजूद यौगिक रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने में मदद करते हैं जिससे रक्तचाप कम होता है। यह तनाव को भी घटाता है, जो हृदय रोगों का मुख्य कारण है।
✅ 5. पेट के रोग और पाचन समस्या
तुलसी से गैस, अपच, कब्ज, पेट फूलना और ऐंठन जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। इसके सेवन से आंतों की सफाई होती है और भूख खुलती है।
✅ 6. स्किन इन्फेक्शन और दाने
तुलसी का लेप त्वचा पर लगाने से कील-मुंहासे, रैशेस, एलर्जी और खुजली जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
✅ 7. बुखार और वायरल संक्रमण
तुलसी का काढ़ा शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और वायरल बुखार में शरीर को अंदर से शक्ति प्रदान करता है।
✅ 8. डेंगू और मलेरिया में सहायक
तुलसी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को इस स्तर तक बढ़ाता है कि मच्छर जनित रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। तुलसी का रस प्लेटलेट्स को भी बढ़ाता है।
✅ 9. तनाव और चिंता
तुलसी का सेवन कोर्टिसोल हार्मोन को कम करता है जिससे मानसिक स्थिति स्थिर रहती है। इसे एडाप्टोजेनिक हर्ब भी कहा जाता है।
✅ 10. कैंसर से सुरक्षा
कुछ रिसर्च के अनुसार तुलसी में एंटी-कैंसर यौगिक पाए जाते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को समाप्त करते हैं।
तुलसी के 10 मुख्य फायदे क्या हैं?
✅ 1. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना
तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन्स जैसे विटामिन C, A और फ्लावोनॉयड्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
✅ 2. मानसिक तनाव और चिंता को दूर करना
तुलसी एक एडाप्टोजेनिक हर्ब है जो शरीर को मानसिक तनाव के प्रभाव से सुरक्षित रखती है।
✅ 3. पाचन तंत्र को सुधारना
तुलसी पेट की अम्लता, गैस और अपच जैसी समस्याओं में राहत देती है।
✅ 4. डायबिटीज में सहायक
तुलसी का सेवन रक्त में ग्लूकोज के स्तर को संतुलित करता है, जिससे मधुमेह नियंत्रण में रहता है।
✅ 5. हृदय‑स्वास्थ्य में सुधार
यह ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है जिससे हृदय रोगों की संभावना घटती है।
✅ 6. त्वचा के लिए फायदेमंद
तुलसी के रस का प्रयोग कील-मुंहासों, स्किन एलर्जी और फंगल इन्फेक्शन में असरदार है।
✅ 7. सांस से संबंधित समस्याओं में राहत
तुलसी ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और जुकाम जैसे रोगों में श्वसन तंत्र को सशक्त बनाती है।
✅ 8. बुखार और वायरल से बचाव
तुलसी का काढ़ा बुखार, वायरल और इंफेक्शन से लड़ने की ताकत देता है।
✅ 9. मूत्र संक्रमण और किडनी के लिए लाभदायक
तुलसी मूत्रनलिका को साफ करती है और संक्रमण को दूर करती है।
✅ 10. कैंसर से बचाव
तुलसी में मौजूद फाइटोकेमिकल्स कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकते हैं।
FAQs
Q1: क्या खाली पेट तुलसी खाना सभी के लिए सुरक्षित है?
A1: लगभग सभी स्वस्थ व्यक्तियों के लिए सुरक्षित है, लेकिन गर्भवती, फ्लूनर हैं या खून पतला करने वाली दवाओं पर हैं तो पहले डॉक्टर से सलाह लें।
Q2: कितने तुलसी के पत्ते रोज़ाना लेना चाहिए?
A2: शुरुआत में 2–3 ताजे पत्ते रोज़ाना चबाना पर्याप्त है; धीरे-धीरे जरूरत के अनुसार बढ़ा सकते हैं।
Q3: क्या औद्योगिक रूप से तैयार तुलसी की गोलियाँ या कैप्सूल भी उतने असरदार होंगे?
A3: तुलसी के कैप्सूल या गोलियाँ सहायक हो सकते हैं, लेकिन ताजगी में तुलसी के पत्तों जैसा प्राकृतिक प्रभाव नहीं मिलेगा।
Q4: तुलसी खाने से वजन कम होता है क्या?
A4: हर्बल गुणों से मेटाबॉलिज्म प्रोत्साहित होता है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिल सकती है लेकिन संतुलित आहार व व्यायाम भी आवश्यक है।
Q5: क्या तुलसी से रक्तचाप कम होता है?
A5: हाँ, तुलसी रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करने में मदद करती है, जिससे हृदय‑स्वास्थ्य बेहतर होता है।
Q6: क्या बच्चों को तुलसी के पत्ते खिलाना सुरक्षित है?
A6: छोटे बच्चों को थोड़ी मात्रा में (1–2 पत्ते) दिन में एक बार देना सुरक्षित हो सकता है, लेकिन बिना डॉक्टर की अनुमति नहीं देना चाहिए।
Q7: तुलसी और अन्य जड़ी‑बूटियों का संयोजन क्या फायदेमंद होगा?
A7: तुलसी को अदरक, हल्दी, शहद आदि के साथ मिलाकर लेने से मिलेगा अधिक व्यापक स्वास्थ्य लाभ, लेकिन संयोजन पर संतुलन महत्वपूर्ण है।
तुलसी के पत्तों का रोज़ाना सेवन, विशेषकर खाली पेट चबाने पर, पाचन सुधार से लेकर तनाव कम करने तक, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने से लेकर रक्तचाप नियंत्रित रखने तक, लगभग हर दृष्टि से लाभकारी सिद्ध हुआ है। ऊपर वर्णित Benefits Of Tulsi, तुलसी खाने के फायदे, और Tulsi ke Fayde in Hindi में वर्णित गुण आज 2025 की विज्ञान-समर्थित रिसर्च से पुष्ट हैं। तुलसी का नियमित सेवन स्वास्थ्य और भलाई के लिए सचमुच “स्वास्थ्य के लिए रामबाण” है।
यदि आप अपनी सेहत को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो अपने सुबह की दिनचर्या में तुलसी के ताजे पत्तों को जोड़ना एक सरल, असरदार और प्राकृतिक कदम है।
अब ही शुरुआत करें — सुबह सिर्फ 2–3 तुलसी के पत्ते चबाना शुरू करें, और 30 दिनों तक इसका प्रभाव खुद महसूस करें! अगर आपको अनुभूतियों, अनुभव या सुझाव साझा करना है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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