चीनी वैज्ञानिकों ने बनाई परमाणु बैटरी जो 100 साल तक चल सकती है

न्यूक्लियर बैटरी (nuclear battery) तकनीक में एक बड़ा बदलाव आया है। हाल ही में चीनी कंपनी Betavolt ने एक coin-sized nuclear battery (BV100) का निर्माण किया है, जो न केवल आकार में छोटी है बल्कि 100 साल तक चल सकती है और इसे चार्ज करने की कोई जरूरत नहीं होती (No charging needed)। यह विकास न केवल तकनीकी दुनिया में एक क्रांति है, बल्कि यह दिखाता है कि भविष्य में Nuclear power in your pocket जैसी कल्पनाएँ हकीकत बन सकती हैं।
BV100: एक क्रांतिकारी तकनीक
BV100 क्या है?
BV100 एक coin sized battery है जो परमाणु ऊर्जा का उपयोग करके लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करती है। यह बैटरी पारंपरिक लिथियम-आयन बैटरियों की तुलना में अधिक सुरक्षित, टिकाऊ और शक्तिशाली मानी जा रही है।
तकनीक की मूल बातें
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यह बैटरी बीटा विकिरण (beta radiation) से ऊर्जा उत्पन्न करती है।
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ऊर्जा का स्रोत है - निकेल-63 (Nickel-63), एक रेडियोधर्मी समस्थानिक।
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ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए कृत्रिम हीरे (diamond semiconductors) का उपयोग किया गया है।
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विकिरण बाहर नहीं निकलता, जिससे यह इंसानों और पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।
प्रमुख विशेषताएं
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No charging needed – 100 वर्षों तक बैटरी को चार्ज करने की आवश्यकता नहीं।
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अत्यंत छोटा आकार – मात्र सिक्के के बराबर।
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कठिन परिस्थितियों में भी कार्यक्षम – -60 डिग्री से लेकर 120 डिग्री सेल्सियस तक कार्य करने में सक्षम।
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सुरक्षा – विस्फोट या आग लगने की संभावना शून्य।
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Eco-Friendly – बैटरी का उपयोग समाप्त होने पर रेडियोधर्मी अपशिष्ट नहीं बचता।
संभावित उपयोग क्षेत्र
मोबाइल और गैजेट्स
यदि यह तकनीक आम लोगों के लिए सुलभ हो जाए, तो हम ऐसे स्मार्टफोन की कल्पना कर सकते हैं जिसे कभी चार्ज करने की आवश्यकता नहीं होगी।
रक्षा और एयरोस्पेस
Chinese company Betavolt की इस बैटरी का उपयोग ड्रोन, सैटेलाइट, और रक्षा उपकरणों में किया जा सकता है जहाँ लंबे समय तक ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
चिकित्सा उपकरण
पेसमेकर, कोक्लियर इंप्लांट्स जैसे उपकरणों में इसका उपयोग करके बार-बार बैटरी बदलने की आवश्यकता को समाप्त किया जा सकता है।
IoT डिवाइसेस और सेंसर
स्मार्ट सिटी या औद्योगिक अनुप्रयोगों में जहां सेंसर वर्षों तक कार्य करते हैं, वहां Betavolt battery उपयोगी सिद्ध हो सकती है।
यह तकनीक कैसे काम करती है?
बीटा विकिरण
बीटा विकिरण बहुत हल्का और कम हानिकारक होता है। इसका उपयोग करते हुए BV100 में ऊर्जा का उत्पादन किया जाता है, जिसे हीरा आधारित अर्धचालकों द्वारा विद्युत ऊर्जा में बदला जाता है।
ऊर्जा उत्पादन की निरंतरता
निकेल-63 के रेडियोधर्मी क्षय की प्रक्रिया से लगातार ऊर्जा उत्पन्न होती रहती है। यही कारण है कि यह बैटरी 100 वर्षों तक बिना चार्जिंग के कार्य करती है।
चुनौतियाँ और भविष्य की संभावनाएँ
चुनौतियाँ
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उच्च लागत: प्रारंभिक उत्पादन महंगा हो सकता है।
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सार्वजनिक धारणा: परमाणु शब्द से जुड़े डर को दूर करना।
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सरकारी नियम: परमाणु सामग्री के उपयोग पर सख्त विनियम।
भविष्य की दिशा
Chinese company Betavolt 2025 तक अधिक शक्तिशाली बैटरियाँ लाने की योजना बना रही है जो स्मार्टफोन और कारों में इस्तेमाल की जा सकेंगी। इसके अलावा, भविष्य में यह तकनीक नवीकरणीय ऊर्जा के साथ मिलकर स्थायी ऊर्जा समाधान प्रदान कर सकती है।
विशेषज्ञों की राय
MIT और IEEE Spectrum जैसे उच्चस्तरीय संसाधनों ने इस तकनीक को भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है। IEEE Spectrum Article
भारत में संभावनाएं
भारत में इस तकनीक को अपनाने से IoT, स्वास्थ्य सेवाओं और रक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है। हालाँकि इसके लिए उचित नीतियों और सुरक्षा उपायों की आवश्यकता होगी।
nuclear battery तकनीक में यह विकास, खासकर coin-sized nuclear battery BV100 का निर्माण, ऊर्जा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। Chinese company Betavolt द्वारा निर्मित यह बैटरी न केवल भविष्य की तकनीकों के लिए मार्ग प्रशस्त करती है, बल्कि यह दिखाती है कि अब Nuclear power in your pocket कोई कल्पना नहीं, बल्कि सच्चाई बन चुकी है।
No charging needed, टिकाऊपन, और बहुआयामी उपयोग इसे आने वाले समय की सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक बनाते हैं।
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